तमिलनाडु में जारी है आसमानी तांडव,  800 ट्रेन यात्री फंसे; बाढ़ के कारण आज भी स्कूल-बैंक बंद…

हिन्द महासागर में केप कोमरिन के पास उठे चक्रवात की वजह से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में रविवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे राज्य के कई इलाकों…

तमिलनाडु में जारी है आसमानी तांडव,  800 ट्रेन यात्री फंसे; बाढ़ के कारण आज भी स्कूल-बैंक बंद…

हिन्द महासागर में केप कोमरिन के पास उठे चक्रवात की वजह से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में रविवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है।

इससे राज्य के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। बाढ़ के कारण तमिलनाडु के तूतूकुड़ी जिले के श्रीवैकुंटम में लगभग 800 रेल यात्री फंसे हुए हैं।  

मंदिर नगरी तिरुचेंदूर से चेन्नई जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के यात्री श्रीवैकुंटम में कल से ही फंसे हुए हैं, जो बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है। तूतूकुड़ी में अब तक 525 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।

भारी बारिश और बाढ़ की वजह से श्रीवैकुंठम में रेल लाइन के नीचे से मिट्टी का कटाव हो गया है। इससे सीमेंट स्लैब से जुड़ी लोहे की पटरियाँ लटकी हुई हैं।  

एक अधिकारी ने कहा कि फंसे यात्रियों को निकालने के लिए सभी प्रयास जारी हैं और एनडीआरएफ अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है।

तिरुचेंदूर-चेन्नई एग्मोर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 20606) 17 दिसंबर को रात आठ बजकर 25 मिनट पर तिरुचेंदूर से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी। भारी बारिश और बाढ़ की के कारण ट्रेन को तिरुचेंदूर से लगभग 32 किलोमीटर दूर श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया था।
     
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 800 यात्री फंसे हुए हैं और उनमें से लगभग 500 श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर और लगभग 300 नजदीकी स्कूलों में ठहरे हुए हैं। दक्षिणी रेलवे ने तिरुनेलवेली-तिरुचेंदूर खंड पर श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच रेल यातायात निलंबन की घोषणा की, क्योंकि बाढ़ में पटरियां पूरी तरह डूबी हुई हैं।

इधर मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। बारिश और बाढ़ को देखते हुए दक्षिण रेलवे ने 15 ट्रेनों को कैंसल कर दिया है, जबकि कई गाड़ियों के रूट में बदलाव किया है।

चक्रवात की वजह से उड़ानों पर भी बुरा असर पड़ा है। दक्षिणी जिलों में आज स्कूल-कॉलेज और बैंकों को बंद कर दिया गया है।

तिरुनेवेली, तूतीकोरिन, तेनकासी और कन्याकुमारी में सबसे ज्यादा हालात खराब हुए हैं। बाढ़ की वजह से इन जिलों में अब तक 7500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 

बाढ़ के हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने दक्षिणी जिलों में राज्य आपदा राहत बल और राष्ट्रीय आपदा राहत बल के 250 से ज्यादा जवानों को तैनात किया है। 

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि दक्षिणी तमिलनाडु के 39 क्षेत्रों में अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है।

आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि तूत्तुक्कुडि, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई और दक्षिणी तमिलनाडु में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।

इसमें कहा गया कि 19 दिसंबर को कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तूत्तुक्कुडि और तेनकासी जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।